अब जल्द ही भारत में कारों और एसयूवी की सेफ्टी के लिए शुरू होगा यह टेस्ट, ग्राहकों को होगा फ़ायदा

Harsh Singh
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भारत में कारों की सुरक्षा के लिए एक नई पहल के तहत क्रैश टेस्ट की शुरूआत करने की जानकारी सामने आई है। जिसका उद्देश्य भारतीय सड़कों पर चलने वाली कारों की सुरक्षा मानकों को मजबूत करना है। बता दें इस तरह के टेस्ट में कई तरीकों से मॉडल्स की सुरक्षा और मानकों का जायजा लिया जाएगा और फिर उसी टेस्ट के आधार पर उन कारों की सुरक्षा स्कोरिंग की जाएगी। इसके बाद ही सर्टिफिकेट या रैंकिंग गाडी को दी जाएगी।

क्रैश टेस्ट की शुरूआत की जाने की तारीख अभी तक ऑफिशियली तौर नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही इसे लागू करने की कोशिश की जा रही है। यह ग्राहकों को सुरक्षित विकल्पों के बारे में सही जानकारी दे सकेगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जल्द ही भारत में भी कारों की सुरक्षा को लेकर विशेष तरह के टेस्ट की शुरुआत हो सकती है। इसके लिए भारत में भारतीय एनसीएपी यानी नेशनल कैपेबिलिटी एसेसमेंट प्रोग्राम की तैयारी की जा रही है। यह एक ऐसा प्रोग्राम होगा जो कारों की सुरक्षा को मापने में मदद करेगा। इसके ज़रिए कई मॉडल्स को अलग अलग टेस्ट से गुजारा जाएगा और उनकी सुरक्षा पर स्कोर दिया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अहमद महमूद ने बताया कि भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम को एक अक्तूबर 2023 से लागू कर सकता है। इस प्रोग्राम के मसौदे को अब अंतिम रूप भी दे दिया गया है।

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यदि भारत में भारतीय एनसीएपी की शुरूआत हो जाती है, तो इससे उपभोक्ताओं को कार खरीदने से पहले ही कारों की सुरक्षा के बारे में जानकारी मिल सकेगी। अभी तक एनसीएपी द्वारा कुछ कारों के मॉडल्स का ही क्रैश टेस्ट किया जाता है और कई कारों का क्रैश टेस्ट नहीं हो पाता है, जिसके कारण उनकी सुरक्षा की जानकारी हमें नहीं मिल पाती है। लेकिन अगर भारत में यह टेस्ट शुरू हो जाता है, तो इससे भारत में बिक्री होने वाली सभी कारों का टेस्ट संभव हो पाएगा और उनमें सुरक्षा की जानकारी हमें मिल सकेगी।

इस टेस्ट की डिमांड काफी समय से की जा रही थी और जानकार भी इसे जरुरी बताते हैं, उनका मानना है की कार जितनी सुरक्षित होगी ऑफर भी उतना ही सुरक्षित होगा ऐसे में किसी भी प्रकर के नुकसान से बचा जा सकता है।

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2 साल से मीडिया क्षेत्र से जुड़े हर्ष सिंह मोटर रडार को अपने कार्यों से लगातार योगदान दे रहे हैं। जिसमें हर्ष ऑटोमोबाइल बीट पर काम कर रहे हैं। इनके लेखनी को मोटर रडार के पाठकों द्वारा काफी पसंद भी किया जाता है। आपको जान कर हैरानी होगी की एक छोटे संस्थान से शुरुआत करने वाले हर्ष सिंह अपने करियर में साल 2023 में ग्रुप से जुड़े। इन्होंने 9 महीनों तक विभिन्न साइटो को अपनी सेवा प्रदान की। अब मोटर रडार को योगदान दे रहे हैं।